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डेबिट क्रेडिट के मिलान में पंचायत प्रतिनिधि की फुल रही सांस

चौरई जनपद पंचायत में 19 पंचायत के तिमाही आय व्यय का हुआ मिलान

चौरई जनपद पंचायत मुख्यालय में आज 19 ग्राम पंचायत के वित्तीय वर्ष 2023 – 24 की आखिरी तिमाही के आय व्यय का मिलान किया गया है । इस कार्य को ऑडिट फार्म अग्रवाल एंड संस के ऑडिटर द्वारा जनपद कार्यालय पहुंचकर किया गया ।
पंचायत प्रतिनिधि को डेबिट क्रेडिट के मिलान करने में सांस फूल गई । आपको बता दें पंचायत के खाते में शासन से प्राप्त राशि एवं विकास कार्यों में किए गए खर्चों के बिल के मिलान के लिए शासन द्वारा वित्तीय वर्ष में चार बार तिमाही ऑडिट कराया जाता है जिसमें किए गए खर्चों के बिलों के आधार पर मिलान करना होता है ।
वित्तीय वर्ष 2023- 24 के अंतिम तिमाही की ऑडिट 31 मार्च तक होनी थी लेकिन पंचायत कर्मियों के द्वारा समय पर दस्तावेज नहीं दिए जाने के चलते ऑडिट कार्य में विलंब हुआ जिसके संबंध में प्रशासनिक दबाव होने के बाद  जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा आदेश जारी कर पंचायत सचिवों को यथाशीघ्र ऑडिट करने के निर्देश दिए गए थे । जारी आदेश के परिपालन में आज ऑडिट फर्म के कर्मी ने पहुंचकर 19 ग्राम पंचायत का एक ही दिन में ऑडिट कर डाला । जो सभी के लिए चर्चा का विषय बना हुआ । विशेषज्ञ ने जानकारी में बताया है कि पंचायत के आय व्यय के मिलान में समय लगता है ऑडिट फर्म के कर्मी एक ही दिन में 19 पंचायत के डेबिट क्रेडिट का इतनी जल्दी मिलान कर डाल रहे जो कि अपने आप में विचारणीय है ।
मूल बिंदु को छोड़कर की जा रही ऑडिट के नाम पर हो रही खाना पूर्ति
ऑडिट के संबंध में विशेषज्ञ जानकारी में बताते हैं कि ऑडिट कार्य के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही वेंडर्स के द्वारा कैंसिल जीएसटी के बिल लगाये जा रहे हैं और पंचायत के द्वारा धड़ल्ले से भुगतान भी किया जा रहा है लेकिन ऑडिट हो जाने के बाद भी यह पकड़ में नहीं आ रहा है साथ ही मूल बात पंचायत के द्वारा भुगतान के समय टीडीएस काटा जाना है जो भी नहीं काटा जा रहा है और ऑडिट टीम के द्वारा धड़ल्ले से पास कर दिया जा रहा है ।
वित्तीय वर्ष 2023 24 की अंतिम तिमाही ऑडिट 31 मार्च तक की जानी थी लेकिन नहीं हो पाई है अब पंचायत सचिवों को बुलाकर ऑडिट कराया जा रहा है आज चौरई जनपद पंचायत मुख्यालय में अग्रवाल एंड संस के एक कर्मी ने पहुंचकर 19 ग्राम पंचायत की ऑडिट बैलेंस शीट का मिलान किया है ऑडिट रिपोर्ट आने के बाद ही ऑडिट टीप की जानकारी दी जा सकेगी
रमेश कोकोटे
पंचायत समन्वयक
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