गौ रक्षा राष्ट्र रक्षा के संकल्प साथ राम कथा का हुआ समापन
रामसेवक परिवार के द्वारा पांच दिवसीय राम कथा का किया गया था आयोजन
चौरई : जीवन को व्यवस्थित एवम संयमित जीना है तो सत्संग का महत्वपूर्ण योगदान होता है सत्संग अलग-अलग प्रकार से लिया जाकर अध्यात्म के मार्ग पर चलकर जीवन के साथ समाज को ऊर्जावान बनाने के लिए विभिन्न प्रयास किए जाते इसी क्रम में चौरई नगर में भी रामसेवक परिवार के द्वारा बीते 5 वर्षों से लगातार राम कथा का आयोजन किया जा रहा है रामसेवक परिवार ने इस वर्ष भी 5 दिवसीय रामकथा का आयोजन किया है ।
जिसमें कथा का वाचन पंडित सेवाराम जी उपाध्याय बरेला जबलपुर के द्वारा किया जा रहा है जिन्होंने कथा के दौरान समापन अवसर पर उपस्थित जनों को गौ सेवा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न व्रतांतो से अवगत कराया साथ ही बताया है कि भारत सनातनी राष्ट्र यहां पर हर एक जीव का महत्वपूर्ण स्थान और हम यदि वास्तविकता में भक्ति करना चाहते हैं तो हमें एक दूसरे के बीच में समन्वय एवं संतुलन के साथ संवेदना की भावना को रखना होगा
आज हम गौ माता कहकर सुरक्षा की बात तो करते हैं लेकिन क्या हम इसकी जिम्मेदारी या दायित्व का निर्वहन कर पाते हैं आज लोग अपने लाभ के चक्कर में गांव में चारागाह की स्थान को बखर कर खेती कर रहे हैं उनके लिए भोजन की व्यवस्था के स्थान को उजाड़ रहे तो हम कैसे गौ रक्षा का संकल्प पूरा कर पाएंगे आजगौ रक्षा से पहले गौ कैसे सुरक्षित रहे उनके भोजन का प्रबंध कैसे हो उनके विचरण की व्यवस्था कैसी बनी रहे पर विचार करना चाहिए और इसमें हम सब की भागीदारी के बाद ही गौ रक्षा हो सकेगी आज कथा के समापन अवसर पर गौ सेवा के साथ ही राष्ट्र की रक्षा हो सकती है का संकल्प दिलाया गया ।
इसी क्रम में आयोजक परिवार की तारीफ करते हुए कथावाचक ने कहा है कि हर जगह एक भारत माता चौक का निर्माण होना चाहिए रामसेवक परिवार के द्वारा चोरी नगर में भारत माता चौक का निर्माण किया गया है साथ ही भारत माता की प्रतिमा स्थापित कर लोगों को भारत माता के दर्शन कराये जा रहे हैं के प्रयास की सराहना करते हुए कदम उठाने वालों को बधाई दी गई । इसी क्रम में कथा को संगीतमय वातावरण में बदलने के लिए अंतरराष्ट्रीय तबला वादक तालामणि मुकेश चतुर्वेदी एवं चौरई नगर की संगीत टोली के प्रदर्शन सराहना की गई । आज समापन अवसर पर बड़ी संख्या में रामसेवक परिवार के सदस्यों के साथ नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।