कृषि एवं सह संबध्द विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित
कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आज कृषि एवं कृषि सह संबध्द विभागों की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई। जिसमें विभागवार विभिन्न योजनाओं में लक्ष्यपूर्ति की समीक्षा के साथ ही जिले में खाद एवं बीज की उपलब्धता और खाद्यान्न वितरण की भी समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में कृषि वैज्ञानिक, उप संचालक कृषि, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, महाप्रबंधक जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, उपायुक्त सहकारिता, जिला आपूर्ति अधिकारी सहित उद्यानिकी, वेयर हाउस, नागरिक आपूर्ति निगम व सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में सर्वप्रथम किसान कल्याण तथा कृषि विभाग के अंतर्गत वर्तमान के कार्यों एवं गतिविधियों से उप संचालक कृषि श्री जितेंद्र कुमार सिंह द्वारा अवगत कराया गया । उन्होंने बताया कि खरीफ के अंतर्गत 97 प्रतिशत की बोनी हो चुकी है, कुटकी और रामतिल की बोनी शेष रह गई है। वर्षा की जानकारी के साथ ही उर्वरक भंडारण एवं वितरण की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देशित किया कि एनपीके उपयोगकर्ता किसानों के द्वारा उनके खेत में उपयोग के परिणाम की जानकारी प्राप्त करें और डीएपी के उपयोग एवं एनपीके के उपयोग का विश्लेषण प्रस्तुत करें। इसके बाद नगद विक्रय केंद्र में उर्वरकों की उपलब्धता पर चर्चा की गई। उप संचालक कृषि द्वारा जिले में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत लिए गए नमूने एवं प्राप्त विश्लेषण परिणाम से अवगत कराया गया एवं जिले में नाइट्रोजन फास्फोरस पोटाश एवं अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट की स्थिति के बारे में बताया गया। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि किसान स्वाईल हेल्थ कार्ड के परिणामों के अनुसार उर्वरकों का उपयोग कर रहे हैं या नहीं इसका अवलोकन करें। जिले में पहली बार पैडी ट्रांसप्लांटर से धान की तैयार नर्सरी की रोपाई देलाखारी में की गई है, जिससे प्रेरित होकर अन्य किसानों द्वारा पैडी ट्रांसप्लांटर की मांग की जा रही है, जिस पर कलेक्टर श्री सिंह ने कृषि में यंत्रीकरण को बढ़ावा दिए जाने के निर्देश दिए गए। इस ग्रीष्मकालीन सीजन में जीरो टिलेज तकनीक से लगाई मूंग फसल के परिणामों पर भी चर्चा की गई।
जीरो टिलेज तकनीक के प्रति जागरूक करने के लिए किसानों के बीच सुपर सीडर एवं हैप्पी सीडर का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। बैठक में जिले में निर्मित नाडेप टांकों पर भी चर्चा की गई और शत-प्रतिशत नाडेप टांकों में जैविक खाद तैयार कराने एवं मैदानी अमले के माध्यम से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिए, जिससे किसान व्यक्तिगत रूप से भी जैविक खाद बनाने के लिए प्रेरित हों। ग्रीष्मकालीन मूंग उपार्जन के तहत एफ.ए. क्यू.क्वालिटी का ही मूंग उपार्जन किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि आज दिनांक तक 511 किसानों द्वारा स्लॉट बुक कराया गया है एवं 78 किसानों द्वारा 1078 क्विंटल मूंग का विक्रय निर्धारित उत्पादन केंद्रों में किया गया है । कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि आगामी रबी सीजन की तैयारी पूर्व से कर ली जाये, इसके लिए उच्च उत्पादक किस्मों की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित कर लें एवं कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कृषि के मैदानी अमले को संपूर्ण पैकेज और प्रैक्टिस से अवगत करा दिया जाए, जिससे रबी फसल के अंतर्गत गेहूं के उत्पादन को बढ़ाया जा सके।
पशुपालन विभाग की समीक्षा करते हुए सभी योजनाओं में लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति के निर्देश दिए एवं बैंकों में प्रेषित प्रकरणों के अनुसार सभी पात्र हितग्राहियों को लाभ वितरण कराने के लिए निर्देशित किया। उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत गतिविधियों का चयन करने एवं संबंधित विभागों के सहयोग से लक्ष्य के अनुसार पूर्ति करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी विभागीय योजनाओं में लक्ष्य के अनुसार शत-प्रतिशत पूर्ति के निर्देश दिए गए। कलेक्टर श्री सिंह ने उद्यानिकी विभाग को ऑर्किड एवं ड्रैगन फ्रूट की खेती के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पीडीएस खाद्यान्न के उठाव और वितरण की समीक्षा में पाया गया कि माह जुलाई का खाद्यान्न उठाव 83 प्रतिशत हुआ है, कलेक्टर ने आगामी 5 दिवसों में शत-प्रतिशत उठाव पूर्ण कर पीडीएस हितग्राहियों को खाद्यान्न का वितरण समय पर सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में महाप्रबंधक जिला केंद्रीय सहकारी बैंक मर्यादित श्री ए.के.जैन द्वारा बैंक की समस्त गतिविधियों से अवगत कराया गया एवं बैंक द्वारा की गई वसूली एवं वितरण राशि की जानकारी दी गई । कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देशित किया कि पीएम जनमन अभियान के तहत लंबित रहे किसान क्रेडिट कार्ड को तत्काल जारी कराएं। महाप्रबंधक जिला केंद्रीय बैंक मर्यादित द्वारा बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि ड्रिप स्प्रिंकलर, कल्टीवेटर मोटर पंप आदि यंत्रों पर 5 लाख रूपये तक बैंक द्वारा लोन दिया जा सकता है, किसानों को चिन्हित कर अवगत कराया जाने का अनुरोध किया गया।